पिछले कई महीनों से सारथी के मित्र मांग कर रहे थे कि मैं परामर्श के लिये एक फार्म सारथी पर जोड दूँ जिससे कि लोग अपना नामपता बताये बिना अपनी समस्या का समाधान पूछ सकें. पिछले दोतीन लेखों के बाद तो यह मांग बहुत बढ गई है.
आपकी इच्छा का आदर करते हुए आज से सारथी पर परामर्श के लिये फार्म जोड दिया गया ह. इस सुविधा के चालू करते ही जिस तरह से पाठकों के पत्र मिले उससे मैं बहुत उत्साहित हुआ हूँ.
कृपया याद रखें कि इस फार्म द्वारा प्रश्न भेजने वाले व्यक्ति को अपना नामपता आदि देने की जरूरत नहीं है. न ही हम उस व्यक्ति का नामपता जानना चाहेंगे. अत: आप बेधडक अपनी मानसिक, शारीरिक, सामाजिक समस्याओं के बारें में अपना प्रश्न प्रेषित कर सकते हैं. प्रश्न इस तरह लिखें कि प्रश्नोत्तर से आपके बारें में कोई अनुमान न लग सके कि किस ने यह प्रश्न भेजा है.
सुन्दर और उपयोगी सुविधा दी है आप ने। बधाई और धन्यवाद।
ओह, शास्त्रीजी; आप से ईर्ष्या है! आपसे लोग सलाह मांगते हैं। यहां मुझे तो अपने सरकारी आदेश मनवाने में जद्दोजहद करनी होती है!
ज्ञान जी, रिटायरमेंट के बाद आप भी यही करने लगेंगे. आपका
अनुभव और कहां जायगा!
कुछ मार्गदर्शन औश्र प्रोत्साहन हम जैसे छोटे मोटे लोगों को भी दें शास्त्री जी…. 🙂 आपने तो बिसरा ही दिया..