Posted in मार्गदर्शन विश्लेषण व्यंग

बेवकूफ लोग ही शादी करते है!

मेरे एक मित्र थे जो हमेशा कहा करते थे कि सिर्फ बेवकूफ लोग ही शादी करते है. उनका कहना था कि विवाह तो गुलामी है, इससे बेहतर है कि पैसे फेंको, क्योंकि दुनियां में पैसे से सब कुछ मिल जाता है. अच्छी खासी नौकरी थी, ऊपरी कमाई को तो कोई हिसाब नहीं था, किसी से भी गहरा संबंध नहीं था,…

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पतिव्रता

वे बोली,कोई न होगी पतिव्रतामुझसे अधिक. तभी तो मैंपति के गृहस्थी केकामों में,कभी भी नहीं करतीनुक्ताचीनी. कहां आता है उनकोढंग से खाना पकाना या,बच्चे खिलाना.कब उन्होंने बनाया हैस्वादिष्ट खाना,या ठीक से बुहारा घर,या साफ पोंछा लगाया फर्श पे.कब मुझे हुई है तृप्तिउनकी तनख्वाह से. लेकिन कब किसी सेकी है शिकायतमेरी इन कठिनाईयोंके बारे में! चिट्ठाजगत पर सम्बन्धित: व्यंग, काविता, काव्य,…

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विडंबना !!

1. उनके घर से करोडों बरामद हुए, पर वे बेफिकर हैं. यह तो सिर्फ बचा जूठन था.

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सच्ची सेवा देश की !

डॉ दयापति बोलेजज से,झूठा आरोप लगाया गया हैहम पर,न्यायमूर्ति जी. पहले को मुद्रा,और दूसरे को किडनीकर प्रदान,“जीवनदान” करते हैं हम दोनो को. खतम नहीं होती समाजसेवा हमारी यहां.पलते हैं परिवार कईइस नर्सिंग होम की मार्फत. कर देंगे बन्द जेल मेंहम को,तो मर जायेंगे बहुत सेगरीब किडनी-धारी,अमीर एवं किडनी-याचक. सच्ची सेवा देश कीहोगी श्रीमान,यदि छोड देंगे तुरंत हम को बिन दण्ड.

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अंग्रेजी का होता ज्ञान मुझे तो !

बोदूमल को था इस बात का मलाल सदा,कि अंग्रेजी मीडियम मेंपढ न पाये कभी. अरे, सदा वह कहता बीबी से,चपरासी हुआ तो क्या अरी बुधानी,जनरल होता आर्मी में आजयदि अंग्रेजी का होता ज्ञान मुझे तो.

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इस्पीक इंगलिस !

श्रीमती टीमटाम को गम था कि कभी न पढी अंग्रेजी. कसक निकाली बचुवा को भेज के स्कूल अंग्रेजी में.

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प्रेरणा

वे बोले, रेलगाडी के पहिये मेरी प्रेरणा के स्रोत हैं. देखिये न, वे सदा आगे को बढते रहते हैं, फिर भी अपनी धुरी से अलग न हटते   सजा “हुजूर” चोर बोला, मुझे सरकारी वकील नहीं आपका निर्णय चाहिए. अपना कानूनी हक नहीं बल्कि सजा चाहिये. कम से कम कुछ दिन बिना फिकर की रोटी चाहिये.

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चुन्नीबाई अब है षूनी वाय

जब से पोपटमल हुए अंग्रेजी कम्पनी में चपरासी, उनको नजर आती है तुच्छ, हिन्दी, और हर चीज हिन्दुस्तानी. बीबी को किया, चुन्नीबाई से षूनी वाय, छोरा अब मंगल से हो गया है ट्यूस डे, छोरी अब मुन्नी से हो गई है बेबी. अब नाश्ता नहीं, ब्रेकफास्ट, खाना नहीं लंच एवं डिनर करते हैं. दूरदर्शन त्याग दिया, अब सिर्फ सी एन…

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