अपना चिट्ठा/जालस्थल लुटेरों से बचायें 2

जैसा मैं ने अपन पिछले लेख में कहा था, यदि आपके जालस्थल में कुछ विशेष बातें हैं तो दूसरों की नजर उस पर हो सकती है. ठीक उसी तरह जैसे एक मौके की जमीन, व्यवसाय, या घर में रखी अरक्षित सम्पत्ति पर दूसरों की नजर हो सकती है. आपका डोमेन आपको प्रिय है, या यदि वह आपके लिये आय का स्रोत है तो उसकी सुरक्षा के लिये कदम उठाना जरूरी है. इस सुरक्षा के लिये आपको कई बातें समझना जरूरी है, एवं दिन प्रति दिन लूटने के नये नये तरीके ईजाद होने के कारण जाल‍-अपराध के बारे में अपनी जानकारी को तरोताजा रखना भी जरूरी है. मेरा इरादा आपको इस विषय पर वृहद एवं सचित्र जानकारी प्रदान करने का है, अत: एक या दो लेखों में इस विषय के खतम होने की उम्मीद न करें.

सबसे पहले आपको दो चीजों का मतलब एवं महत्व समझ लेना चाहिये: डोमेन नाम एवं सर्वर स्थान.

डोमेन नाम: आपके चिट्ठे का नाम (जैसे www.Sarathi.Info) डोमेन नाम कहलाता है. Com, Org, Net, Info इत्यादि डोमेनों का आबंटन एवं नियंत्रण ICANN नामक एक निजी संस्था करती है. यह एक गैर सरकारी संस्था है, लेकिन इस पर अमरीकी सरकार का दबाव एवं प्रभाव बहुत अधिक है. In, US, Edu, Mil आदि डोमेनों पर एक या अधिक सरकारों का भी सीधा नियंत्रण है, लेकिन पहले बताये डोमेनों की तुलना में इन डोमेनों पर जालस्थल कम हैं.

डोमेन को आप एक से लेकर दस साल तक अपने नाम पर पंजीकृत करवा सकते हैं. यह काम ICANN स्वयं नहीं करता है, बल्कि यह कार्य इसके द्वारा अधिकृत रजिस्ट्रार संस्थायें करती हैं. ये संस्थायें हजारों उप संस्थाओं को यह काम बाट देती हैं. याद रखें कि ये सब व्यापारिक संस्थायें हैं, एवं आप को विषय की पूरी जानकारी न हो तो इन में से कई आपको धोखा देने एवं पैसा बनाने के लिये तय्यार बैठे हैं. इन में से कई धोखे इस तरह के हैं कि आप कानूनी तौर पर उनका कुछ नहीं बिगाड सकते. यह भी न भूलें कि आप डोमेन को सदासर्वदा के लिये खरीद नहीं रहे हैं बल्कि सिर्फ निश्चित वर्षों के लिये उसे ICANN से लीज पर ले रहे हैं. अत: आपका अधिकार आपके लीज-अधिकार तक सीमित हैं एवं यह एक वस्तु या जमीन सदासर्वदा के लिये खरीदने के समान खरीद या आजीवन मालिकाना पंजीकरण नहीं है.

सर्वर स्थान: डोमेन सिर्फ एक नाम है. अब इस नाम के जालस्थल को स्थापित करने एवं उस पर जानकारी (लेख, चित्र, काव्य) इत्यादि) स्थापित करने के लिये आपको जगह की जरूरत होती है. इस जगह को आप सर्वर स्थान कह सकते हैं. हिन्दुस्तान जैसे विशाल देश में हजारों व्यापरिक संस्थायें सर्वर स्थान बेचती हैं. ये स्थान या तो हिन्दुस्तान मे स्थित संगणकों पर होते हैं या विदेशों में स्थित एवं हिन्दुस्तानियों के द्वारा किराया/लीज पर लिये गये संगणकों पर होता है. आप एक साल से लेकर कई सालों के लिये स्थान भाडे पर ले सकते हैं. आजकल 400 रुपया सालाना प्रति 10 मेगा बाईट का रेट आम है. एक सर्वर कम्पनी आपको अच्छी न लगे तो आप कभी भी दूसरी कम्पनी से स्थान भाडे पर ले सकते हैं, बशर्ते आप ने अपना गृहकार्य ठीक से किया हो. [क्रमश:]

सन्दर्भ: इस लेख के लिये मै ने सैकडों छपे लेख, जाललेख आदि का सहारा लिया है. जालदस्युओं के भी जालस्थल देखेपरखे. इन में से कुछ नीचे दिये गये हैं. हर लेख में उससे सम्बंधित सन्दर्भ, चित्र आदि, जरूर के अनुसार जोड दिये जायेंगे.

  1. Domain hack
  2. Domain name
  3. http://www.icann.com/
  4. http://www.icann.org
  5. http://www.internic.net

लेखनमाला:
अपना चिट्ठा/जालस्थल लुटेरों से बचायें 1

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Author: Super_Admin

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