अक्षरग्राम ने आज निम्नलिखित खबर दी है: मित्रों, तंत्राँशों तथा लिनक्स के हिन्दीकरण तथा अंतर्जाल पर हिन्दी के प्रयोग को बढ़ावा देने के हमारे साथी चिट्ठाकार रविशंकर श्रीवास्तव के महती योगदान को तो हम सभी जानते हैं पर यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि अंततः अन्य लोग भी इस श्रम को सराहने लगे हैं। रवि भैया से हालिया बातचीत में पता चला कि उन्हें माईक्रोसॉफ्ट ने इस वर्ष के “मोस्ट वैलुएबल प्रोफेशनल” यानि एमवीपी पुरस्कार से सम्मानित किया है। एमवीपी संसार भर के 90 से भी ज्यादा देशों से चुने गये ऐसे विशिष्ट तकनीकी लोगों को दी जाने वाली उपाधि है जिन्होंने निःस्वार्थ भाव से अपने तकनीकी ज्ञान, अनुभव को समुदाय में बाँट कर उन्हें समृद्ध किया है। उल्लेखनीय है कि प्रभासाक्षी के संपादक तथा वाह मीडिया के लेखक व साथी चिट्ठाकार बालेंदु शर्मा भी ये सम्मान पा चुके हैं। भारतीय एमवीपी की सूची में आपको यशवंत कनेटकर तथा डॉ नितिन परांजपे जैसे नाम भी मिलेंगे। ये सम्मानीय मुकाम पाने पर रवि भैया को समस्त चिट्ठासंसार की और से हार्दिक बधाई तथा धन्यवाद। हम कामना करते हैं कि आप का योगदान इससे भी कई गुना बढ़े और हिन्दी का परचम संसार भर में और भी शान से लहराये।
सारथी की टिप्पणी: यह हिन्दी एवं हिन्दुस्तान के लिये गर्व की बात है कि रविजी जैसे साधक भाषा के रणक्षेत्र में अपराजित कार्य कर रहे हैं. देश एवं भाषा की उन्नति के लिये सरकार की तरफ देखने की प्रवृत्ति को छोड कर हिन्दीप्रेमियों एवं देशप्रेमियों को इस तरह के समर्पित व्यक्तियों की तरफ एवं उनके निजी योगदान की ओर उन्मुख होना होगा. उनको प्रेरित करते रहना होगा.
ईश्वर करे कि जिस तरह अंग्रेजी में कोशकार डॉ सेमुअल जॉनसन का नाम आता है, या जिस आदर के साथ आज हम पाणिनि का नाम लेते हैं उसी तरह कल सब लोग रवि रतलामी का नाम भी लेने लगें — शास्त्री जे सी फिलिप
आमीन
ऐसा ही हो!!
आप सभी के मेरे प्रति प्यार से मैं अभिभूत हूं. महान विभूतियों पाणिनी और जानसन के चरण रज बराबर भी यदि पहुँच सका तो मैं अपने इस जन्म को सफल समझूंगा. 🙂
बहरहाल, आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद.
भाई रवि रतलामी जी को बधाई और यह खबर देने के लिए शास्त्री जी आपको धन्यवाद.
रवि रतलामी जी को बधाई
रवि जी को बहुत-बहुत बधाई, यह हम सब हिन्दीप्रेमियों के लिए वाकई हर्ष का विषय है।