भाषा, साहित्य और संस्कृति की वेब-पत्रिका सृजनगाथा डॉट कॉम, काव्यांजलि (बहुभाषीय एवं भारतीय संस्कृति के संवर्धन हेतु प्रतिबद्ध रेडियो सलाम नमस्ते, डलास, अमेरिका) के संयुक्त तत्वाधान में हिंदी के प्रभापुरुष एवं गीतकार स्व. गोपाल सिंह नेपाली की स्मृति में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है।
इस प्रतियोगिता का उद्देश्य नयी पीढ़ी में हिंदी भाषा में रचनात्मक लेखन की प्रवृति को प्रोत्साहित करना एवं भारतीय संस्कृति को मनीषा में जीवंत बनाये हेतु वातावरण बनाये रखना है । इस खुली प्रतियोगिता हेतु आयोजन समिति द्वारा प्रविष्टियाँ आमंत्रित हैं।
सामान्य विवरणः-
– निबंध का बिषय– अरुण यह मधुमय देश हमारा
– शब्द सीमा – अधिकतम 2000 शब्दों में।
– प्रतिभागी – कक्षा 8 से 12 से विद्यार्थी या 14 से 18 वर्ष आयु समूह के व्यक्ति।
– निबंध प्राप्ति की अंतिम तिथि – 30 जुलाई 07 शाम 5 बजे तक।
डाक से निबंध भेजने का पता –
1. सृजनगाथा डॉट कॉम, एफ-3, छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल आवासीय परिसर, पेंशनवाड़ा, रायपुर, छत्तीसगढ़ या
2. लोकमान्य सद्भावना समिति, जैनबाड़ा, बैजनाथ पारा, रायपुर, छत्तीसगढ़ या
3. मिनीमाता फाउंडेशन, जलविहार कॉलोनी, रायपुर, छत्तीसगढ़
ई-मेल से निबंध भेजने का पता-
नियमावलीः-
1. प्रतिभागियों को अपनी प्रविष्टि डाक के पते भेजनी होगी।
2. लिफाफे में ‘ शालेय निबंध प्रतियोगिता-2007’ अवश्य लिखा होना चाहिए।
3. निबंध साफ कागज में एक तरफ लिखा हुआ होना चाहिए।
4. निबंध में नाम, कक्षा, उम्र, स्कूल का पूरा पता,अंकित हो । फोटो भी अवश्य हो।
5. एक ही स्कूल के प्रतिभागियों की प्रविष्टियाँ प्राचार्य गण एक साथ भेज सकते हैं।
6. निबंध नितांत मौलिक और अप्रकाशित होना चाहिए।
7. निबंधो का चयन एक विशेषज्ञ समिति द्वारा किया जायेगा।
8. लेखन में काट-पीट अयोग्यता मानी जायेगी।
विशेषः-
ई-मेल से भेजी जानी वाली प्रविष्टि हिंदी युनिकोडित फोंट में ही टंकित हो।
पुरस्कार एवं अन्य पारितोषिकः-
1. प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान अर्जित करने वाले विद्यार्थी को क्रमशः 1500, 1000, 500 रुपये नगद, प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिंह, एवं 1000 रुपयों का साहित्य दिया जायेगा।
2. पुरस्कृत रचनाओं को इंटरनेट पत्रिका में भी प्रकाशित की जायेगी।
3. पुरस्कृत रचनाओं सहित कुछ उत्कृष्ट रचनाओं की एक पुस्तिका भी यथा समय प्रकाशित की जायेगी।
4. अन्य 100 स्तरीय निबंधों के लेखकों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जायेगा।
पुरस्कार हेतु रचना चयन की घोषणाः-
उत्कृष्ट रचनाओं का चयन दिनांक 5 अगस्त 2007 तक किया जायेगा तथा इसकी घोषणा दिनांक 6 से 10 अगस्त 2007 के मध्य की जायेगी।
चयन मंडलः-
1. श्री आदित्य प्रकाश सिंह, वरिष्ठ हिंदी सेवी, डलास, अमेरिका
2. श्री नंदलाल सिंह, कार्यक्रम प्रस्तोता, रेडियो सलाम नमस्ते, डलास, अमेरिका
3. श्री संजय द्विवेदी, संपादक, दैनिक हरिभूमि, रायपुर, भारत
4. डॉ. चित्तरंजन कर, विभागाध्यक्ष, भाषा विज्ञान, रविशंकर विवि, रायपुर, भारत
5. श्री जयप्रकाश मानस, संपादक, सृजनगाथा डॉट कॉम, रायपुर, भारत
पुरस्कार वितरण समारोहः-
यह पुरस्कार एक विशिष्ट आयोजन में छत्तीसगढ़ राज्य के शिक्षा एवं संस्कृति मंत्री एवं प्रख्यात हिंदी विशेषज्ञों के सानिध्य में प्रदान किया जायेगा, जिसकी सूचना पृथक से पुरस्कृत रचनाकारों को भेजी जायेगी । न पहुँच पाने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार राशि प्रेषित की जायेगी।
राम पटवा
सृजन-सम्मान, रायपुर
छत्तीसगढ़, भारत
अच्छा लगा ये जानकर । गोपाल सिंह नेपाली का नाम तक नई पीढ़ी नहीं जानती । लेकिन उनकी कविताओं को पहले कोर्स में पढ़ा और फिर खोज खोजकर पढ़ा । विविध भारती में आने पर दो बातें पता चलीं । एक तो ये कि उन्होंने फिल्मी गीत भी लिखे हैं फिर मैंने उनके गीतों पर केंद्रित एक कार्यक्रम तैयार किया, जो बेहद लोकप्रिय हुआ । दूसरी बात ये कि उनकी सुपुत्री कमला कुंदर विविध भारती में मेरी सहकर्मी हैं । विविध भारती में वे कार्यक्रम अधिकारी हैं । उनके चेहरे में नेपाली जी की छबि दिखती है । उनसे नेपाली जी के जीवन के अनछुए पहलुओं की जानकारी मिलती रहती है । उनकी कविता की पंक्ति याद आ रही है ‘घोर अंधकार हो चल रही बयार हो, आज द्वार द्वार पर ये दिया बुझे नहीं, शक्ति का दिया हुआ, शक्ति को दिया हुआ, ये स्वतंत्रता दिया, ला रहा विहान है, ये दिया बुझे नहीं । सातवीं कक्षा में पढ़ी थी ये कविता । और बस अब तक याद है । बाकी कविताएं डायरी में नोट हैं पर याद नहीं ।
bharat varsh ka savrup bhavya aur vishal
muje adhyayan ke labh ka nibandh aabhi chahiya aabhi bhejiye
plase mujhe भारत में कृषि पर निबंध chaiye…….plz plz plz plz (in 2000 words)