मेरे एक मित्र थे जो हमेशा कहा करते थे कि सिर्फ बेवकूफ लोग ही शादी करते है. उनका कहना था कि विवाह तो गुलामी है, इससे बेहतर है कि पैसे फेंको, क्योंकि दुनियां में पैसे से सब कुछ मिल जाता है. अच्छी खासी नौकरी थी, ऊपरी कमाई को तो कोई हिसाब नहीं था, किसी से भी गहरा संबंध नहीं था, मांबाप व भाईबहन आदि से पहले ही जुदा हो चुके थे. अत: कमाई को सुर, सुरा, संदरी पर खरचने में कोई खास तकलीफ नहीं होती थी.
एक दिन “ऊपरी” कमाई करते में “अंदर” हो गये. वकीलों पर बहुत खर्चा किया, लेकिन जब तक बाहर आये तब तक नौकरी जा चुकी थी एवं बैंक में बचत शून्य के साथ होड लगा रहा था. लेकिन उन्होंने हिम्मत न हारी. वे बोले “जब पैसा है तब बेवकूफ शादी करते है, लेकिन जब पैसा न रहा तो बुद्धिमान शादी करते हैं”. पत्रों की ड्राफ्टिंग बहुत की थी, अत: उन्होंने अपने आप को जवान, आकर्षक, बुद्धिमान, एवं जिम्मेदार व्यक्ति बता कर किसी 40 साल से ऊपर की सुंदर, समर्पित, सुशील, “एकलौती” बिटिया के लिये वैवाहिक विज्ञापन दिया.
पचासेक उत्तर आये. एक था एक 40 साल उमर की आस्ट्रेलियाई स्त्री का. चित्र नहीं था लेकिन एकलौती थी, सुंदर थी, सुशील थी, करोडपति थी, अट्टालिका में रहती थी, 100,000 एकड का फार्महाऊस था. आस्ट्रेलिया पहुंचने के पहले ही “इंटरनेट-विवाह” का प्रावधान था. तुरंत ही इंटरनेट पर ही चैट द्वारा शादी रचा ली जिससे स्वर्ग में विचरने का सुख कोई और छीन न ले जाये. अगले महीने वीसा आ गया. पंख लगा कर आस्ट्रेलिया की धरती पर उतरे. हवाई अड्डे पर दो खूबसूरत बालाओं ने उनका स्वागत किया. सामान, पर्स, पासपोर्ट, वीसा सब हाथ में ले लिया. घर पहुंचा दिया.
आजकल वे बिन अपना सामान, पर्स, पासपोर्ट, वीसा आदि के उस घर के 80 साल उमर की मालिकिन के खानसामा का काम करते है. सच है, बेवकूफ लोग ही बिना सोचे समझे शादी करते है. (वास्तविक घटनाओं पर आधारित लेख).
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चलिये हम तो बेवकूफ बन ही गये.
मैं विश्व का सर्वश्रेष्ट बेवकूफ हूँ…एक घोषणा. सब खुश हो लें.
वाह! प्रभु ने यूं ही नहीं कहा – मीक शेल इन्हेरिट द अर्थ।
हम बेवकूफ (मीक) ही ठीक हैं! 🙂
वैसे, हंसी-मजाक की बात छोड़ दें तो बंधन में ही मुक्ति है। जो लोग शादी नहीं करते, वो बाहर से भले ही आजाद और खुश दिखें, अंदर से होते नहीं हैं। यह बात पुरुषों और महिलाओं दोनों पर लागू होती है।
दुविधा है… वैसे इस मामले में बेवकूफ बन जाना ही बेहतर है
क्या दुखती (सुखती) रग पर हाथ रख रहे हैं सर।
सुख तो शादी में ही है, कबीर के सुखिया सब संसार की तर्ज पर पर यकीन मानें स्वतंत्रता जीवन की सबसे बड़ी नेमत है और कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका वैवाहिक जीवन कितना सुखी है…आप केवल आत्म प्रवंचाना ही कर रहे होते हैं।
हमने आने हर अविवाहित परिचित को गागाह कियह है पर कोई नहीं माना, तिस पर कई तो इसलिए बंधन में बंध गए कि वे हमें देखते थे और कहते थे कि आप भी इतने सुखी हैं…
विवाह करना बेवकुफी हो न हो, सरंडर अवश्य है केवल तभी किया जाना चाहिए जब कोई और रास्ता न बचे।
(त्रुटि सुधार)
क्या दुखती (सुखती) रग पर हाथ रख रहे हैं सर।
सुख तो शादी में ही है, कबीर के सुखिया सब संसार की तर्ज पर। पर यकीन मानें स्वतंत्रता जीवन की सबसे बड़ी नेमत है और कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका वैवाहिक जीवन कितना सुखी है…आप केवल आत्म प्रवंचाना ही कर रहे होते हैं।
हमने अपने हर अविवाहित परिचित को आगाह किया है पर कोई नहीं माना, तिस पर कई तो इसलिए बंधन में बंध गए कि वे हमें देखते थे और कहते थे कि आप भी इतने सुखी हैं…
विवाह करना बेवकूफी हो न हो, सरंडर अवश्य है केवल तभी किया जाना चाहिए जब कोई और रास्ता न बचे।
कौन शादी सुदा आदमी आपने को खुश कह रहा है?
देखा शादी के बाद झूठ भी बोलना पढ़ता है. 🙂
मसिजीवी जी की सलाह मानते हुए अभी भी रास्ते तलाश रहे हैं, जब और कोई रास्ता न बचेगा तो करिहै लेंगे शादी!!
मैं अभी तक बेवकूफ नहीं बना हूँ.. 🙂
पर मम्मी पापा बेवकूफ बनाने पर अडे हुए हैं.. 🙁
Few Interesting Observations
Arranged Marriage : Where you can run to your In – Laws and register a complaint after every discord .
Ideal Indian Wife : Owns the husband without bothering to fulfill his needs
Ideal Indian Husband : Always commits a mistake and runs into the arms of his wife .
Ideal Indian Marriage : Every mistake is coverd by birth of a child .
And all such things are permitted by our society because the sanctum of marriage should be maintained at all cost .
इस मामले में सच बोलना अगली मुसीबत को बुलावा देना है. अत: हम तो छाती ठोक कर सबको बताते रह्ते हैं कि हम बहुत खुश है. असलियत सिरिफ मित्रों को बता देते हैं — जैसे कि हिन्दि चिट्ठाजगत के मित्रों को !!
चलिये एक जगह तो मिली जहाँ सहर्ष कह सकते हैं कि हाँ मैं बेवकूफ हूँ। 🙂
सहमत 🙂
आप ठीक कह रहे है मगर कभी-कभी बेवकूफ़ बनना भी अच्छा लगता है…:)
hmuhon sey bda by