कल के मेरे लेख डायरी तो बेवकूफ लिखते हैं!! में मैं ने लिखा था कि जो युवा लोग डायरी लिखते हैं उन में से बहुत से लोग ऐसी क्षणिक एवं भावनात्मक बातों के बारे मे लिख जाते हैं जो बाद में उन को परेशान कर सकते हैं, विशेष कर विवाह के बाद.
लेकिन, जैसा कई मित्रों ने अपनी टिप्पणियों में कहा है, डायरी लिखनी हो तो उसमें उन बातों को रेखाकित करें जो आजीवन आपकी मदद कर सकें. कुछ उदाहरण:
1. सारी महत्वपूर्ण तिथियों को नोट करते जाये. परीक्षा, परीक्षाफल, इंटरव्यू, नौकरी लगने की तारीख, महत्वपूर्ण यात्राये, आपको मिले अवार्ड, आदि के तारीख. कल को आप की जीवनी लिखनी पडे तो यह डायरी आधारस्तंभ बन जायगी.
2. जीवन के सारे महत्वपूर्ण निर्णय रेखांकित करें.
3. प्रेरक प्रसंग रेखांकित करें.
4. महत्वपूर्ण व्यक्तियों, पुस्तकों, घटनाओं को रेखांकित करें.
5. अपने लक्ष्यों एवं उसके मूल्यांकन को रेखांकित करें.
कुल मिला कर कहा जाये तो उसे इस तरह कहा जा सकता है:
डायरी स्वान्तः सुखाय तो हो किंतु उसका एक सार्वजनिक हित का पक्ष भी हो तो बेहतर. ऐसी डायरियाँ आगे चलकर जीवन के सिंहावलोकन या आत्मकथाओं के लेखन मे बड़ी मददगार हो सकती हैं — युवा रचनाकार कृपया ध्यान दें — क्योंकि उम्र के उस पड़ाव पर जब सार्थक और सफल जीवन जीने के बाद लोग आत्म कथा लेखन की सोचते है तो याददाश्तजवाब दे जाती है — कई घटनाएं, तिथियाँ जिनका सार्वजनिक महत्त्व होता है भूल सी जाती हैं — अस्तु, डायरी लिखें मगर उत्तरदायित्व के साथ. [arvind mishra]
[Photograph by popitz]
डायरी लिखना ही तो है ब्लागिंग! कर रहे हैं।
अनूप सच कह रहे हैं – ब्लॉग में रूपांतरित हो गयी है डायरी।
मित्रों ,पारम्परिक डायरी लेखन और ब्लाग-डायरी मे एक मूलभूत अन्तर तो आप जानते ही हैं .एक अपनी मूल प्रकृति मे गोपनीयता का आवरण लिए होती है ,जबकि अंतर्जाल की डायरी की प्रकृति अमूमन सार्वजनिक होती है -एक खुली डायरी .पारंपरिक डायरियों के मामले मे किसी दूसरे की डायरी बिना अनुमति के पढ़ना अनुचित माना जाता रहा है .जबकि वेब लाग की डायरी सारी दुनिया के लिए खुला आमंत्रण है -शास्त्री जी पारंपरिक डायरी लेखन विधा के गुर बता रहे हैं जो कालजयी बन सकती हैं जबकि ब्लॉग डायरी- क्रेज हो नहो दो चार दिन की बात हो –
आप ने नुस्खा बताया। अब बहूत देर चुकी है। ५२ बसंत तो गुजर गए हैं। ताश के सभी रंग निपट चुके। जोकर वाला चालू है। तब सार्वजनिक डायरी लिख रहे हैं। कभी खुद के बारे में लिखा तो उस में भी और लोग ही अधिक होंगे।