अकसर नये साल पर कई अखबार एक चित्र दिखाते थे जिसमे एक नवजात शिशु नये साल के प्रतिनिधि के रूप में प्रवेश करता है और उसी समय पिछला साल एक जर्जर वृद्ध के रूप में चित्र से पलायन करता है.
मानव समाज की एक बडी विडम्बना है कि उसके पास जो पूंजी आसानी से उपलब्ध है वह उसकी उपेक्षा करता है, लेकिन जो घूरा दूर से आकर्षक लगता है वह उसका पीछा करता है. अंत में घूरा उसको बर्बाद कर देता है, लेकिन तब तक उसकी अपनी अमूल्य पूँजी भी वह सालों की उपेक्षा के कारण खो चुका होता है.
आज समाज में जितने लोग उन्नत स्थानों में हैं, जितने लोग असीमित सामाजिक योगदान कर रहे हैं, जिनको दुनियां महत्व देती है, उन में से सिर्फ 20% लोग हैं जो परिवार, पृष्ठभूमि, या भाग्य के कारण उस स्थिति पर पहुंचे हैं. बाकी 80% अपनी मेहनत, एवं अवसर को पहचान कर उसके सही उपयोग के कारण उस स्थान तक पहुंच सके हैं. अफसोस यह है कि जो लोग इस तरह मेहनत कर सकते हैं उन में से अस्सी प्रतिशत न तो मेहनत करते हैं, न ही सुअवसर को पहचानते है.
मैं जब 18 साल का था तब डाक्टरों ने कह दिया था कि एक खास बीमारी के कारण मैं सिर्फ 35 साल तक जी पाऊंगा अत: न तो आगे पढूं, न शादी करूँ. यदि शादी करने जैसी बेवकूफी करूं तो बच्चे न हों इसका ख्याल रखूँ. हां यदा कदा एकाध डाक्टर ने बताया कि यदि एक खास तरीके से जीया जाये (रोज व्यायाम, सात्विक भोजन, पर्याप्त नींद, संतुलित जीवन) तो मैं 35 से आगे जा सकता हूँ. मैं ने ऐसा ही किया और प्रभु ने दया की तो चार छह हफ्तों में 56 का हो जाऊंगा. कहां 35 कहां 56. कारण यह कि मैं ने बीमारी के साथ साथ स्वस्थ रहने का गुर (अवसर) पहचाना, जीवन को व्यवस्थित किया और जो कुछ करना था वह सब कुछ किया. जो पूंजी 35 पर खलास होने वाली थी वह अभी भी साथ दे रही है.
हर साल के आरंभ में कई निर्णय लेता रहा. सन 2009 के लिये भी कई निर्णय लिये हैं. उम्मीद है कि अपने जीवन को इस तरह व्यवस्थित कर सकूंगा कि शायद 20 साल और सबके काम आ सकूँ.
आपका जीवन आपकी पूँजी है. हर नया साल इस पूँजी के नये उपयोग का अवसर देता है. इसे बर्बाद न होने दें. सन 2009 के लिये आपके निर्णय क्या क्या हैं?
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हमें आपके जीवन से सबक लेकर अपनी पूंजी को बर्बाद नहीं होने देना है. २००९ के पहले निर्णय का स्थान देता हूं आपकी इस सलाह को.
ईश्वर को कि आप शतायु हों, और हमारा मार्गदर्शन करते रहें.
जीवेम शरदः शतम !
आप की उम्र १२० वर्ष की हो.. और आपको वृद्धाश्रम में जाकर रहना ना पड़े. आमीन.
आपका जीवन आपकी पूँजी है. हर नया साल इस पूँजी के नये उपयोग का अवसर देता है. इसे बर्बाद न होने दें
कितने गहरे भाव और संदेश छुपे है इन शब्दों मे , हम जरुर इनका ध्यान रखेंगे …. भगवन आपको लम्बी और स्वस्थ आयु प्रदान करे
Regards
ईश्वर ने चाहा तो आप सौ साल भी जीएंगे, डॉक्टर कौन होता है यह निश्चय करने के लिए?
नव वर्ष के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं।
प्रेरक पोस्ट।
आपकी अनुशासित और परिश्रमी दिनचर्या को प्रणाम।
आप निश्चित ही शतायु होंगे। शुभकामनाएं।
आप के चिकित्सक द्वारा बताया गया मार्ग सब अपना लें तो रोग वैसे ही दूर भागते रहें।
bahut sahi farmaya aapne. zindgi zina aa jaye to mout dur hoti chalijati hai. narayan narayan
दीर्घायू की कामना के साथ, नव वर्ष की शुभकामनाएं.
बीमार होने से पहले बीमार ना होने वाले उपायों पर ध्यान देना
हम दुआ करते हैं कि उम्र-शतक लगायें ताकि अगले ३५ साल हम आपकी खिंचाई करते रह सकें। 🙂