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स्वप्नलोक के विवेक सिंह !

मेरी पसंद के चिट्ठे 011 मेरे बारे में आज विवेक सिंह ने अपनी टिप्पणी में एक खास बात कही तो लगा कि जवाब के साथ साथ उनके और उनके  चिट्ठे की चर्चा कर दी जाय. विवेक ने एकदम उस कलम को ताड लिया जो मेरे दिल के निकट आसीन रहता है. (चित्र देखें). जब मैं कक्षा 8 में था तब…

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अविनाश वाचस्पति

मेरी पसंद के चिट्ठे 010 चिट्ठाजगत में शायद ही कोई व्यक्ति हो जिस ने अविनाश वाचस्पति का नाम न सुना हो. मुझे अभी भी वह दिन याद है जब अविनाश के पहले चिट्ठे का प्रादुर्भाव हुआ था. उन दिनों सक्रिय चिट्ठों की संख्या सिर्फ कुछ सौ थी और लगभग हर चिट्ठे पर नजर पड जाती थी, लेकिन अविनाश का चिट्ठा…

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वैज्ञानिक चिट्ठे: भैंस के आगे बीन बजाये 002

  जैसा मैं ने वैज्ञानिक चिट्ठे: भैंस के आगे बीन बजाये 001 में कहा था, यह एक गलत धारणा है कि आम आदमी विज्ञान को नहीं समझ सकता या कि विज्ञान आम आदमी को नहीं समझाया जा सकता. आम आदमी एकदम से एक वैज्ञानिक नहीं बन सकता, लेकिन वह विज्ञान को अपने स्तर पर काफी गहराई से समझ सकता है….

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वैज्ञानिक चिट्ठे: भैंस के आगे बीन बजाये 001

हिन्दी चिट्ठाजगत पर एक नजर डालें तो उसमें काव्य, सामाजिक लेखन, और व्यक्तिगत लेखन संबंधी चिट्ठे अधिक हैं, जब कि विज्ञान-आधारित और वैज्ञानिक चिट्ठों की संख्या नगण्य है. चित्र: क्वांटम सिद्धांत पर आधारित स्केनिंग-टनलिंग माईक्रोस्कोप जिसकी प्रभावी अवर्धन क्षमता 20000 x से अधिक आंकी जा सकता है! इसका उपयोग अतिसूक्ष्म भौतिकी में पदार्थों के सतह की संरचना के अध्ययन के…

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इस चमकदमक के पीछे दर्दनाक है राज!!

कल अपनी भतीजी के लिये मिठाई खरीदने गया तो एक बात नोट की जिसे मैं ने हमेशा नजरअंदाज किया था –  कि मिठाई की दुकान पर एक पूरा हिस्सा चांदी के वर्क से ढंकी मिठाईयों का था. इस विभाग से कभी मिठाईयां नहीं खरीदी इस कारण इसके पहले ध्यान नहीं दिया था कि वर्क का प्रयोग कितना अधिक होता है….

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फुरसतिया, शास्त्रार्थ, भडकीले शीर्षक!

अनूप शुक्ल बहुत ही सक्रिय चिट्ठालेखक हैं और उन्होंने जिस तरह मेहनत से चिट्ठाचर्चा को एक नियमित रूप दिया है वह तारीफे काबिल है. इसके साथ साथ अन्य चर्चाकार भी सक्रिय हो गये हैं, और कुल मिला कर चिट्ठाचर्चा इन दिनों हर चिट्ठाकार के पठन के लिये जरूरी हो गया है. चर्चा करना कोई इन से सीखे! और हां यदि…

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विश्वनाथ जी की गलती – बहुतों की गलती !!

मेरा पिछला आलेख विश्वनाथ जी का विचित्र प्रस्ताव विश्वनाथ जी के एक प्रश्न के बारे में था. इस पर उन्होंने एक मेराथन टिप्पणी दी है जिसके अंत में उन्होंने एक प्रस्ताव रखा है जिसमें चिट्ठाकारी के बारे में  एकदो भारी तकनीकी गलती है. चूंकि यह गलती बहुत से चिट्ठाकार करते हैं, अत: मुझे लगा कि मैं विश्वनाथ जी को जवाब…

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मिहिरभोज की खिचाई करें!!

हिन्दी चिट्ठों में एक बेहद जनोपयोगी चिट्ठा है  स्वास्थ्य चर्चा जिसका उपशीर्षक है, हिंदी भाषी पाठकों के लिए स्वास्थ्य विषयक जानकारी देने का छोटा सा प्रयास. इस बहु-उपयोगी चिट्ठे पर दिसंबर के बाद एक भी आलेख नहीं आया है. ऐसी भी क्या व्यस्तता है डाक्टर. हिन्दी चिट्ठाजगत में विविध प्रकार की सामग्री प्रचुरता से देखने के लिए उत्सुक पाठको से…

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सारथी चिट्ठा अवलोकन 020

हिन्दी चिट्ठों कि विविधता लगातर बढती जा रही है. इतना ही नहीं, उत्कृष्ट सामग्री भी बडती जा रही है. इन में से चुने हुए पांच नये चिट्ठों से उद्धरण लेकर हम आपका परिचय करवाते हैं पांच नये एवं उत्कृष्ट चिट्ठों से: ***** नारी का रूप माँ के रूप में सबसे महान है इसी रूप में वो स्नेह , वात्सलय ,…

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ब्लागसपंडित एवं ईगुरू राजीव

हिन्दी चिट्ठाजगत का सौभाग्य है कि इसके आरंभ से ही एक से एक उत्साही चिट्ठाकार निस्वार्थ नजरिये से लोगों को चिट्ठाकारी के तकनीकी पहलू सिखाने के लिये तय्यार रहे थे. मुझे नारद के कर्णधारों ने ऊगली पकड कर चिट्ठाकारी सिखाई. रवि रतलामी जैसे लोगों ने व्यक्तिगत तौर पर मेरे प्रश्न के जवाब दिये. लेकिन चिट्ठों की संख्या जैसे जैसे बढी,…

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