Category: General
चिट्ठा एग्रीगेटर की कमी!
काफी अर्से पापी पेट की जरूरतों के पीछे भाग, चिट्ठाकारी को हटा कर रखने के बाद चिट्ठाकारी में लौटा तो एक बात बहुत खल गई कि कोई भी एग्रीगेटर काम नहीं कर रहा है. ऐसा लगा कि मैं अनाथ हो गया हूं. दर असल कुछ साल से यह नियम बन गया था कि रोज सुबह चिट्ठाजगत पर एक नजर डालने…
निमंत्रण: शास्त्री परिवार!
मेरे बेटे आनंद का कुमारी अर्पिता के साथ शुभ विवाह (23 जनवरी 2010) पर सारथी के सारे मित्रों का स्वागत है. विवाह स्थल: भारतमाता कालेज, त्रिक्ककारा, एर्नाकुलम समय: 23 जनवरी 2010, प्रात: 11 बजे सस्नेह — शास्त्री परिवार
ईसा जयंती: शुभ कामनायें!!
ईसा-जयंती के इस पावन पर्व पर आप सब को ईश्वर की असीम आशिष प्राप्त हो! राजमहलों में जन्म लेने के बदले जिस तरह से प्रभु ईसा ने एक गरीब के घर में और वह भी अपने मांबाप की यात्रा के दौरान एक गौशाले में जन्म लिया, उस घटना के द्वारा प्रभु हम सब को यह समझने की बुद्धि…
शुभ दीपावली !!
सारथी के परिवार एवं सारे मित्रों को दीपावली की शुभ कामनाये!!! Pic by antkriz
सारथी अब वापस लीक पर!!
मेरे एक मित्र हमेशा कहा करते थे कि मकान बनवा कर देखो या बिटिया की शादी करवा के देखो कि आदमी की क्या दुर्गति होती है. प्रभु की दया से जीवन में दोनों काम कर लिये. दुर्गति तो नहीं हुई लेकिन हां आटेदाल का भाव पता चल गया. प्रभु की दया से और आप सब की प्रार्थना के कारण सितंबर…
समलैंगिकता पर एक लेखन परंपरा!
कल सुबह से सारथी पर प्रस्तुत करूंगा एक लेखन परंपरा, “समलैंगिकता: यह क्या बला है?” इसमें इस विषय के एतिहासिक, वैज्ञानिक, कानूनी, एवं स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर प्रकाश डाला जायगा. यदि आप आंख मीच कर सडक पर चलने में यकीन रखते हैं तो यह लेखन परंपरा आप के लिये नहीं है. यदि आप हर विषय पर तर्कसंकग आलेख पढना पसंद…
पुताई के लिये 100,000 रुपये??
घर की पुताई के तो सभी लोग आदी हैं, लेकिन यदि पुताई+पेंटिंग के लिये कोई 100,000 रुपये मांगे तो आप कहेंगे कि इस तरह पुत जाने से तो अच्छा है कि बिन पुताई के ही रह लें. केरल में पुताई बहुत महंगी पढती है. यहां साल में 160 से 170 दिन पानी बरसता है. नमी ऐसी होती है कि हर…
नई किताब की तय्यारी!!
दोस्तों, कुछ दिनों पहल कोच्चि छोड कर मैं एकदम गांवनुमा एक जगह रह रहा हूँ. यहां 14 दिन के प्रवास के बाद घर वापस आ जाऊंगा. यहां 24 घंटे में लगभग 12 घंटे बिजली मिल जाती है, वह भी तब जब उसका कोई उपयोग नहीं है (रात 12 से सुबह 6 तक, आदि). जालसंपर्क 4 घंटे मिल जाता है, लेकिन…
सारथी के पाठको से एक विशेष बात!!
दोस्तों, सारथी के प्रति आप सबके प्रेम एवं आप सब की कृपा के लिये मैं आप सब का ऋणी हूँ. (चित्र बडा करने के लिये उस पर क्लिक कीजिये) जीवन के हर दिन हम सब या तो आगे बढ रहे हैं, या पीछे हट रहे हैं. स्थिर कोई भी नहीं है. जो चल नहीं रहा वह स्थिर नहीं है बल्कि…
आभार प्रदर्शन
मैं कई कारणों से पिछले दो महीने अपने लेखन में अनियमित हो गया था, लेकिन अब "घर वापसी" हो गई है. इन दो महीनों में अपने पापी पेट के लिये कुछ नये इंतजाम किये एवं एक नया विषय सीखा. यह नया विषय है "भारतीय सिक्के". दर असल मेरे एक शिष्य उपाचार्य जिजो इसके लिये जिम्मेदार हैं. एतिहासिक स्थानों के चित्र…